Former Cbi Director Dr Karthikeyan Said Agency Is Not Responsible For Karnataka Reddy Brothers Case - पूर्व निदेशक का दावा: रेड्डी बंधुओं की सुनवाई में हो रही देरी की वजह Cbi नहीं - hindi news

Breaking

Home Top Ad

Responsive Ads Here

Post Top Ad

Saturday, 5 May 2018

demo-image

Former Cbi Director Dr Karthikeyan Said Agency Is Not Responsible For Karnataka Reddy Brothers Case - पूर्व निदेशक का दावा: रेड्डी बंधुओं की सुनवाई में हो रही देरी की वजह Cbi नहीं

Responsive Ads Here
[ad_1]



न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बंगलूरू
Updated Sat, 05 May 2018 02:39 PM IST



ख़बर सुनें



कर्नाटक में खनन माफिया के नाम से मशहूर रेड्डी बंधुओं के केस में हो रही देरी को देखते हुए सीबीआई के पूर्व निदेशक डीआर कार्तिकेयन ने सरकार और सरकारी मशीनरी पर सवालिया निशान लगाया है। डीआर कार्तिकेयन ने कहा कि पूरे मामले में देरी की वजह के लिए सीबीआई को दोष  नहीं लगाया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि इस पूरी देरी की वजह है उस राज्य की संबंधित सरकार और वह विभाग जिसकी नाक के नीचे रेड्डी बंधुओं ने यह घोटाला किया है। यही नहीं कुछ मामलों में अपराधी चालाक वकीलों को खूब सारे पैसे देकर भी पूरे मामले में देरी कराते हैं। वकील भी पूरे मामले की सुनवाई में देरी कर सकते हैं। 

बता दें कि कर्नाटक के रेड्डी भाइयों से जुड़े अवैध लौह अयस्क खनन मामलों में जांच पूरी करने के लिए सीबीआई की सभी क्षमता और संसाधन पर सवाल उठता रहा है जिसपर पूर्व निदेशक ने कहा है कि देरी की वजह सीबीआई नहीं बल्कि सरकार और विभाग होता है। उन्होंने यह भी कहा कि एजेंसी पर कई बार दबाव की संभावना तब रहती है जब अपराधी अत्यधिक प्रभावशाली हो और रेड्डी मामले में ऐसे किसी भी बात से इनकार नहीं किया जा सकता है।
 

 


कर्नाटक में खनन माफिया के नाम से मशहूर रेड्डी बंधुओं के केस में हो रही देरी को देखते हुए सीबीआई के पूर्व निदेशक डीआर कार्तिकेयन ने सरकार और सरकारी मशीनरी पर सवालिया निशान लगाया है। डीआर कार्तिकेयन ने कहा कि पूरे मामले में देरी की वजह के लिए सीबीआई को दोष  नहीं लगाया जा सकता है।


उन्होंने कहा कि इस पूरी देरी की वजह है उस राज्य की संबंधित सरकार और वह विभाग जिसकी नाक के नीचे रेड्डी बंधुओं ने यह घोटाला किया है। यही नहीं कुछ मामलों में अपराधी चालाक वकीलों को खूब सारे पैसे देकर भी पूरे मामले में देरी कराते हैं। वकील भी पूरे मामले की सुनवाई में देरी कर सकते हैं। 

बता दें कि कर्नाटक के रेड्डी भाइयों से जुड़े अवैध लौह अयस्क खनन मामलों में जांच पूरी करने के लिए सीबीआई की सभी क्षमता और संसाधन पर सवाल उठता रहा है जिसपर पूर्व निदेशक ने कहा है कि देरी की वजह सीबीआई नहीं बल्कि सरकार और विभाग होता है। उन्होंने यह भी कहा कि एजेंसी पर कई बार दबाव की संभावना तब रहती है जब अपराधी अत्यधिक प्रभावशाली हो और रेड्डी मामले में ऐसे किसी भी बात से इनकार नहीं किया जा सकता है।
 


 




[ad_2]

Source link

No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Pages